जनवरी से दिसंबर 2023 के दौरान जिले भर में कुल 5300 महिलाओं का बंध्याकरण और 140 पुरुषों का हुआ नसबंदी

 
 
- इसी दौरान परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में 2441 महिलाओं को लगाया गया कॉपर टी
 
- जिले भर में हवेली खड़गपुर में सर्वाधिक 1061 महिलाओं का बंध्याकरण और 58 पुरुषों का हुआ नसबंदी
 
- हवेली खड़गपुर में ही सर्वाधिक 1030 महिलाओं का परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप 2023 में लगाया गया कॉपर टी
 
मुंगेर-
 
जनवरी से दिसंबर 2023 के एक वर्ष के दौरान जिले भर में कुल 5300 महिलाओं का बंध्याकरण और 140 पुरुषों का नसबंदी हुआ है। इस आशय कि जानकारी जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला।कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) मो. फैजान आलम अशरफी ने दी। उन्होंने बताया कि जिला भर में असरगंज में 462, बरियारपुर में 321, धरहरा में 584, जमालपुर में 514, हवेली खड़गपुर में 1061, संग्रामपुर में 452, तारापुर में 567, टेटिया बंबर में 270, मुंगेर शहरी क्षेत्र में 603 और मुंगेर ग्रामीण क्षेत्र में कुल 466 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया। इसी प्रकार से असरगंज में 4, बरियारपुर में 4, धरहरा में 3, जमालपुर में 25, हवेली खड़गपुर में 58, संग्रामपुर में 8, तारापुर में 16, टेटिया बंबर में 13, मुंगेर शहरी क्षेत्र में 2 और मुंगेर ग्रामीण क्षेत्र में 7 पुरुषों का नसबंदी हुआ है। उन्होंने बताया कि जिला भर में 6,242 महिलाओं के बंध्याकरण के लक्ष्य के विरुद्ध कुल 5300 महिलाओं का बंध्याकरण हुआ है वहीं 138 पुरुषों के नसबंदी के लक्ष्य के विरुद्ध कुल 140 पुरुषों का नसबंदी हुआ है।
 
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम ) निखिल राज ने बताया कि निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध महिला बंध्याकरण करवाने के मामले में जिला भर में असरगंज प्रखंड में सर्वाधिक 341 के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 462 महिलाओं का बंध्याकरण हुआ है। यहां का कुल अचीवमेंट प्रतिशत 135% है। वहीं पुरुष नसबंदी के मामले में हवेली खड़गपुर में सर्वाधिक 22 के लक्ष्य के विरुद्ध 58 पुरुषों का नसबंदी हुआ है। यहां का अचीवमेंट प्रतिशत 264% रहा है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में हवेली खड़गपुर प्रखंड में सर्वाधिक 446 के लक्ष्य के विरुद्ध 1030 महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया है। यहां का अचीवमेंट प्रतिशत 231% रहा है।
स्वास्थ्य विभाग कि सहयोगी संस्था पीएसआई इंडिया के मैनेजर प्रोग्राम इंप्लीमेंशन कौशल कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधन एमपीए अंतरा के नए रूप एमपीए सब कुटेनियस को मुंगेर जिला में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में विगत 14 दिसंबर को लॉच किया गया था। 17 मार्च 2024 तक जिला भर में कुल 231 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में एमपीए सब कुटेनियस को अपनाया है। उन्होंने बताया कि एमपीए सब कुटेनियस का इस्तेमाल काफी सरल, सुरक्षित और कारगर है। एमपीए अंतरा इंजेक्शन जहां महिलाओं के मासपेशियों दिया जाता है वहीं एमपीए सब कुटेनियस को महिलाओं के मसल और स्किन के बीच दिया जाता है। इसमें दवाई पहले से लोडेड रहता है इसलिए इसे महिलाओं को लगाने में काफी सहूलियत होती है।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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