सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा • जिले के सभी प्रखंडों में ओआरएस पैकेट का वितरण शुरू


- सदर अस्पताल में सिविल सर्जन ने  बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट  वितरित कर की पखवाड़े की शुरुआत 

- दो लाख इकतालीस हजार से अधिक परिवार का  निर्धारित किया गया है लक्ष्य 


लखीसराय-


शुक्रवार को जिले में डायरिया से बचाव के लिए सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का शुभारंभ किया  गया। जिसका शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ . बीपी सिन्हा  एवं डीआईओ सह एसीएमओ डॉ  अशोक कुमार भारती ने संयुक्त रूप से बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का वितरण कर किया। इसके बाद जिले के सभी प्रखंडों में संचालित रेफरल अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में पखवाड़े का शुभारंभ हुआ।  यह पखवाड़ा जिले भर में 30 जून  तक चलेगा। इस  दौरान शहरी क्षेत्रों में यूनिसेफ की  मॉनिटरिंग में निजी स्वयंसेवी (कर्मी) द्वारा और ग्रामीण क्षेत्रों में ऑगनबाड़ी सेविका और आशा कार्यकर्ता द्वारा 0 से 05  से  नीचे के  आयु वर्ग के  बच्चों में  ओआरएस  का वितरण  कराया जाएगा। इस मौके पर डीपीएम सुधांशु नायायण लाल , यूनिसेफ के एसएमसी नैय्यर उल आजम, , सदर पीएचसी के प्रभारी डॉ धीरेन्द्र कुमार  के साथ डीसीएम आशुतोष कुमार आदि मौजूद थे। 


- डायरिया से संक्रमित बच्चे के बीच ओआरएस पैकेट के साथ-साथ जिंक टैबलेट का भी किया जाएगा वितरण : 

सिविल सर्जन डॉ .बीपी सिन्हा  ने बताया, पखवाड़े के दौरान डायरिया से संक्रमित बच्चे के बीच ओआरएस पैकेट के साथ-साथ जिंक टैबलेट/सीरप का भी वितरण किया जाएगा।साथ ही सामुदायिक स्तर पर लोगों को डायरिया से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाएगा और डायरिया के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार की भी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इस  दौरान लोगों को बताया जाएगा कि डायरिया होने पर क्या करें, इससे बचाव के  क्या उपाय हैं। साफ-सफाई का ध्यान रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाएगी। ताकि शुरुआती दौर में ही संबंधित व्यक्ति बीमारी की पहचान कर सके और समय पर इलाज शुरू हो सके। 


- जिले 2 लाख 41 हजार 20 परिवार के  बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का होगा वितरण : 

डीआईओ सह एसीएमओ डॉ  अशोक कुमार भारती ने बताया, पखवाड़े के दौरान जिले भर में दो लाख इकतालीस  हजार बीस  परिवार के बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट का वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं, उन्होंने बताया, डायरिया होने पर लगातार 14 दिनों तक जिंक का सेवन करें। 02 माह से 06 माह तक के बच्चों को जिंक की  1/2 गोली 10 मिग्रा पानी में घोलकर या माँ के दूध के साथ घोलकर चम्मच से पिलाएं। 06 माह से 05 साल के बच्चों को एक गोली साफ पानी के साथ या माँ के दूध में घोलकर पिलाएं। जबकि, दो माह से कम आयु के बच्चों को 05 चम्मच ओआरएस प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं। 02 माह से 02 वर्ष तक बच्चे को 1/4 ग्लास से 1/2 ग्लास प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं। 02 से 05 वर्ष तक के बच्चों को 1/2  ग्लास प्रत्येक दस्त के बाद पिलाएं। 


- जानें क्या है डायरिया और लक्षण : 

टट्टी की  अवस्था में  बदलाव या सामान्य से ज्यादा बार, ज्यादा पतला या पानी जैसी होने वाली टट्टी ही डायरिया (दस्त) का पहला  लक्षण है। इसके अलावा बच्चा बेचैन व चिड़चिड़ा  अथवा सुस्त या बेहोश है। बच्चे की ऑखें अन्दर की  और धसने लगता है । बच्चे को बहुत ज्यादा प्यास लगना आदि डायरिया का ही कारण और लक्षण है। 


- जिंक सेवन के ये हैं विशेष लाभ :

जिंक सेवन से दस्त और तीव्रता दोनों कम होती  है। तीन महीने तक दस्त का खतरा नहीं के बराबर रहता है। रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। जबकि, ओआरएस से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है एवं दस्त के खतरे से बचाव करता है।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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